शिव मंदिर स्थित चक्रव्यू . चारूवा दिल्ली से बरहानपुर के बीच पुराने राजमार्ग पर स्थित होने के कारण व्यापारिक एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान था। इतिहासकारों के अनुसार चार बाबडी में उपलब्ध मौढी लिपि के एक शिलालेख से यह स्पष्ट होता है कि यह गांव पहले चानरवा के नाम से विख्यात था, जो कालांतर में चारूवा के नाम से जाना गया। चारूवा के निकट ग्राम हरिपुरा माल में 10-11वी शताब्दी ई. में निर्मित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर निमाड एवं भुआणा अंचल की बडी आस्था का केन्द्र है।